बिना केमिकल वाला हेयर कलर: प्राकृतिक और सुरक्षित विकल्प

यशपाल प्रेमचंद

आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में खूबसूरती और स्टाइल को बनाए रखना महत्वपूर्ण हो गया है। जब बात बालों के रंग की आती है, तो केमिकल हेयर कलर का इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है।

हालांकि, केमिकल हेयर कलर के नुकसान भी बहुत हैं। इनमें बालों का झड़ना, डैंड्रफ, और स्कैल्प की समस्याएं शामिल हैं। इसलिए, बिना केमिकल वाला हेयर कलर एक बढ़िया विकल्प हो सकता है।

प्राकृतिक और सुरक्षित विकल्प हमारे बालों के लिए स्वस्थ और सुरक्षित होते हैं। ये न सिर्फ बालों को रंग देते हैं, बल्कि उन्हें पोषण भी प्रदान करते हैं।

प्राकृतिक हेयर कलर का उपयोग करने से न केवल बालों को नुकसान से बचाया जा सकता है, बल्कि यह हमारे पर्यावरण के लिए भी अच्छा होता है।

प्राकृतिक सामग्री जैसे मेंहदी, नील, आंवला, चुकंदर और कॉफी से बालों को रंगने का तरीका न केवल सुरक्षित है, बल्कि यह बालों को प्राकृतिक चमक और मजबूती भी देता है। तो चलिए, जानते हैं प्राकृतिक हेयर कलर के बारे में और इसके फायदे।

प्राकृतिक हेयर कलर के फायदे

प्राकृतिक हेयर कलर के फायदे अनेक हैं। सबसे पहले, यह बालों को नुकसान नहीं पहुंचाता है। केमिकल हेयर कलर से बालों की जड़ें कमजोर हो जाती हैं, लेकिन प्राकृतिक हेयर कलर बालों को पोषण देता है और उन्हें मजबूत बनाता है। उदाहरण के लिए, मेंहदी बालों को प्राकृतिक रूप से कंडीशन करती है और उन्हें सिल्की बनाती है।

इसके अलावा, प्राकृतिक हेयर कलर से बालों का रंग लंबे समय तक बना रहता है। यह केमिकल हेयर कलर की तरह जल्दी फेड नहीं होता। इसके साथ ही, प्राकृतिक हेयर कलर से बालों का झड़ना कम होता है और डैंड्रफ जैसी समस्याओं से भी राहत मिलती है। इसके उपयोग से स्कैल्प भी स्वस्थ रहता है।

प्राकृतिक हेयर कलर का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह पर्यावरण के लिए भी सुरक्षित होता है। केमिकल हेयर कलर में इस्तेमाल होने वाले हानिकारक रसायन पर्यावरण को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसलिए, प्राकृतिक हेयर कलर का उपयोग करना एक स्थायी और पर्यावरण के अनुकूल विकल्प है।

प्राकृतिक हेयर कलर के प्रकार

प्राकृतिक हेयर कलर के कई प्रकार हैं जो हमें सुरक्षित और सुंदर रंग प्रदान करते हैं। इनमें प्रमुख हैं:

मेंहदी: मेंहदी एक पुराना और प्रसिद्ध प्राकृतिक हेयर कलर है। यह बालों को गहरा लाल रंग देता है और उन्हें मजबूत बनाता है। मेंहदी का उपयोग बालों को कंडीशन करने के लिए भी किया जाता है।

नील: नील एक और प्राकृतिक हेयर कलर है जो बालों को काले या गहरे भूरे रंग का शेड देता है। इसे अक्सर मेंहदी के साथ मिलाकर उपयोग किया जाता है।

आंवला: आंवला बालों को काला करने के साथ-साथ उन्हें पोषण भी देता है। इसमें मौजूद विटामिन C बालों को मजबूती प्रदान करता है।

चुकंदर: चुकंदर का रस बालों को हल्का लाल या गुलाबी शेड देता है। यह बालों को चमकदार और स्वस्थ बनाता है।

कॉफी: कॉफी का उपयोग बालों को ब्राउन शेड देने के लिए किया जाता है। यह बालों को नरिशिंग करता है और उन्हें स्वस्थ रखता है।

प्राकृतिक हेयर कलर बनाने और लगाने की विधि

प्राकृतिक हेयर कलर बनाना और लगाना बहुत ही आसान है। आइए जानते हैं कुछ आसान और प्रभावी तरीके:

मेंहदी: मेंहदी पाउडर को पानी में मिलाकर पेस्ट बनाएं। इसे रात भर के लिए छोड़ दें और सुबह बालों में लगाएं। 2-3 घंटे के बाद बालों को धो लें।

नील: नील पाउडर को पानी में मिलाकर पेस्ट बनाएं। मेंहदी लगाने के बाद नील का उपयोग करें। इसे बालों में 1-2 घंटे के लिए लगाएं और फिर धो लें।

आंवला: आंवला पाउडर को पानी में मिलाकर पेस्ट बनाएं। इसे बालों में लगाएं और 1-2 घंटे बाद धो लें।

चुकंदर: चुकंदर के रस को बालों में लगाएं। इसे 1-2 घंटे के लिए छोड़ दें और फिर बालों को धो लें।

कॉफी: कॉफी पाउडर को पानी में उबालें और ठंडा होने पर बालों में लगाएं। 1-2 घंटे बाद बालों को धो लें।

प्राकृतिक हेयर कलर के लिए टिप्स

प्राकृतिक हेयर कलर का उपयोग करते समय कुछ महत्वपूर्ण टिप्स का ध्यान रखना आवश्यक है ताकि आपको बेहतरीन परिणाम मिल सकें। सबसे पहले, हमेशा उच्च गुणवत्ता वाले प्राकृतिक उत्पादों का उपयोग करें। इससे न केवल रंग अच्छा आएगा, बल्कि बालों को कोई नुकसान भी नहीं होगा। बालों को धोने से पहले सुनिश्चित करें कि वे साफ और बिना ऑइल के हों। इससे प्राकृतिक हेयर कलर बालों में अच्छे से समा जाएगा।

बालों में कलर लगाने के बाद उन्हें प्लास्टिक कैप या शॉवर कैप से कवर करें। इससे रंग और भी गहरा और स्थायी होगा। हेयर कलर लगाने के बाद बालों को धूप में बैठाकर सुखाएं, इससे रंग और भी अच्छे से बालों में सेट हो जाएगा।

कलर को लंबे समय तक बनाए रखने के लिए बालों को गर्म पानी से न धोएं। ठंडे या गुनगुने पानी का उपयोग करें। इसके अलावा, कलर-प्रोटेक्टिंग शैम्पू और कंडीशनर का उपयोग करें। ये प्रोडक्ट्स बालों की रंगत को लंबे समय तक बनाए रखने में मदद करते हैं।

प्राकृतिक हेयर कलर के बाद बालों को समय-समय पर डीप कंडीशनिंग करें। इससे बालों को आवश्यक नमी मिलेगी और वे स्वस्थ रहेंगे। बालों को धूप और धूल से बचाने के लिए स्कार्फ या हैट का उपयोग करें। इससे बालों की रंगत ज्यादा समय तक बनी रहेगी।

प्राकृतिक हेयर कलर का प्रभाव और देखभाल

प्राकृतिक हेयर कलर का बालों पर सकारात्मक प्रभाव होता है। यह बालों को न केवल रंगता है, बल्कि उन्हें पोषण भी प्रदान करता है। मेंहदी और नील जैसे प्राकृतिक हेयर कलर बालों को मजबूत और चमकदार बनाते हैं। आंवला और चुकंदर बालों को प्राकृतिक रूप से कंडीशन करते हैं और उन्हें स्वस्थ रखते हैं।

प्राकृतिक हेयर कलर का उपयोग करने के बाद बालों की देखभाल भी महत्वपूर्ण होती है। बालों को नियमित रूप से धोएं और कंडीशन करें। बालों में समय-समय पर तेल मालिश करें। इससे बालों को आवश्यक पोषण मिलेगा और वे स्वस्थ रहेंगे। तेल मालिश के लिए नारियल तेल, जैतून तेल या आंवला तेल का उपयोग करें।

बालों को धूप और धूल से बचाने के लिए स्कार्फ या हैट का उपयोग करें। इससे बालों की रंगत ज्यादा समय तक बनी रहेगी। बालों को अधिक हीट स्टाइलिंग से बचाएं, क्योंकि इससे बालों की क्वालिटी पर असर पड़ सकता है।

प्राकृतिक हेयर कलर का उपयोग करने के बाद बालों को धूप में ज्यादा समय तक न रखें। इससे बालों का रंग फीका पड़ सकता है। बालों को धोते समय माइल्ड शैम्पू का उपयोग करें और कंडीशनर लगाना न भूलें। इससे बालों को नमी मिलेगी और वे स्वस्थ रहेंगे।

संभव नकारात्मक प्रभाव और सावधानियां

प्राकृतिक हेयर कलर का उपयोग करते समय कुछ संभावित नकारात्मक प्रभाव भी हो सकते हैं। मेंहदी या नील का उपयोग करने से पहले एक पैच टेस्ट करें। इससे आपको पता चलेगा कि आपको किसी प्रकार की एलर्जी तो नहीं है। अगर स्किन में जलन या खुजली होती है, तो उस प्रोडक्ट का उपयोग न करें।

प्राकृतिक हेयर कलर का उपयोग करते समय बालों को अधिक समय तक न रखें। यह बालों को नुकसान पहुंचा सकता है। सही समय पर बालों को धो लें। प्राकृतिक हेयर कलर का उपयोग करने से पहले सुनिश्चित करें कि आपके बाल साफ और बिना ऑइल के हों। इससे रंग अच्छे से बालों में समा जाएगा।

अगर आपके बाल पहले से ही केमिकल हेयर कलर से रंगे हुए हैं, तो प्राकृतिक हेयर कलर का उपयोग करते समय सावधानी बरतें। इससे बालों की क्वालिटी पर असर पड़ सकता है। हमेशा अच्छे और विश्वसनीय ब्रांड के प्राकृतिक हेयर कलर का ही उपयोग करें।

प्राकृतिक हेयर कलर का उपयोग करते समय बालों को अच्छी तरह से धो लें और कंडीशन करें। इससे बालों को आवश्यक पोषण मिलेगा और वे स्वस्थ रहेंगे। प्राकृतिक हेयर कलर का उपयोग करने से पहले और बाद में बालों की अच्छी देखभाल करें। इससे बालों की रंगत और क्वालिटी दोनों अच्छी बनी रहेंगी।

निष्कर्ष

बिना केमिकल वाला हेयर कलर न केवल आपके बालों को सुंदर बनाता है, बल्कि उन्हें सुरक्षित और स्वस्थ भी रखता है। प्राकृतिक हेयर कलर का उपयोग करने से आप अपने बालों को पोषण और मजबूती प्रदान कर सकते हैं।

इसके साथ ही, यह पर्यावरण के लिए भी सुरक्षित विकल्प है। तो, अगली बार जब आप अपने बालों को रंगने का सोचें, तो प्राकृतिक और सुरक्षित विकल्प को प्राथमिकता दें।

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