निबंध: मेरी मां पर निबंध

यशपाल प्रेमचंद

मेरी मां, यह दो शब्द मात्र नहीं हैं, बल्कि यह एक सम्पूर्ण भावना है। मां केवल जन्म देने वाली नहीं होती, बल्कि वह अपने बच्चे की पहली गुरु, मित्र, और मार्गदर्शक होती है। मेरे जीवन में मेरी मां का स्थान विशेष है। उन्होंने न केवल मुझे जीवन दिया, बल्कि मुझे सही और गलत का भेद सिखाया, मुझे संवेदनशील और मजबूत बनाया, और हमेशा मेरे साथ खड़ी रहीं।

मेरी मां का नाम सरोज है। वह एक साधारण महिला हैं, लेकिन उनके विचार और सिद्धांत असाधारण हैं। उन्होंने हमेशा अपने परिवार को प्राथमिकता दी और हमें आत्मनिर्भर और आत्मविश्वासी बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया। मां का सबसे बड़ा गुण उनका निस्वार्थ प्रेम और त्याग है। वे अपने सभी कार्यों में परिवार की भलाई और सुख का ही ध्यान रखती हैं। उनकी यही विशेषता उन्हें अन्य महिलाओं से अलग बनाती है।

मां का प्यार और देखभाल मेरी जिंदगी की सबसे बड़ी ताकत हैं। जब भी मुझे किसी चीज की जरूरत होती है, मां हमेशा मेरे साथ खड़ी होती हैं। चाहे वह मेरी पढ़ाई हो, करियर का चयन हो, या कोई व्यक्तिगत समस्या हो, मां का मार्गदर्शन हमेशा मुझे सही दिशा दिखाता है। उनकी सलाह और सहयोग ने मुझे हर मुश्किल घड़ी में साहस और आत्मविश्वास दिया है।

मां का धैर्य और सहनशीलता भी अद्वितीय हैं। घर के कामकाज, बच्चों की देखभाल, और समाजिक जिम्मेदारियों को निभाते हुए उन्होंने कभी भी अपनी व्यक्तिगत इच्छाओं और सपनों को पीछे नहीं छोड़ा। उन्होंने हमेशा हमें सिखाया कि संघर्ष और मेहनत से ही सफलता प्राप्त होती है। उनकी इस सीख ने मुझे जीवन के हर मोड़ पर प्रेरित किया है।

मेरी मां एक बहुत ही धार्मिक और आध्यात्मिक महिला हैं। उन्होंने हमें भी धार्मिक और नैतिक मूल्यों का पालन करना सिखाया है। उनका दिन भगवान की पूजा और प्रार्थना से शुरू होता है, और यही अनुशासन उन्होंने हमें भी सिखाया है। मां का मानना है कि भगवान पर विश्वास और अपनी मेहनत से कोई भी व्यक्ति अपने जीवन में सफलता प्राप्त कर सकता है।

मां की एक और विशेषता है उनका संवेदनशील और मददगार स्वभाव। वे हमेशा दूसरों की मदद के लिए तैयार रहती हैं, चाहे वह हमारे रिश्तेदार हों, पड़ोसी हों, या कोई अजनबी। उनकी यही भावना हमें भी दया और करुणा का महत्व सिखाती है। मां ने हमें सिखाया है कि हमें हमेशा दूसरों की मदद करनी चाहिए और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी का निर्वाह करना चाहिए।

मेरी मां के जीवन के अनुभव भी हमें बहुत कुछ सिखाते हैं। उन्होंने जीवन के कई उतार-चढ़ाव देखे हैं, लेकिन कभी भी हार नहीं मानी। उन्होंने हर मुश्किल का सामना हिम्मत और धैर्य से किया और हमें भी यही सिखाया। उनकी जीवन यात्रा हमें यह सिखाती है कि जीवन में कठिनाइयाँ और चुनौतियाँ आती हैं, लेकिन हमें कभी भी हार नहीं माननी चाहिए।

मां के बिना मेरा जीवन अधूरा है। वे मेरे जीवन की प्रेरणा हैं और मेरे हर कदम पर उनका आशीर्वाद मेरे साथ होता है। उनकी उपस्थिति मेरे जीवन को सरल और सुंदर बनाती है। उनके बिना मेरा जीवन निरर्थक सा लगता है।

मां का महत्व केवल मेरे जीवन में ही नहीं, बल्कि समाज में भी बहुत महत्वपूर्ण है। एक मां ही समाज की नींव होती है। वह अपने बच्चों को संस्कार, शिक्षा, और नैतिकता सिखाती है, जिससे समाज का निर्माण होता है। मां का योगदान समाज और देश के विकास में अत्यंत महत्वपूर्ण है।

मेरी मां मेरे जीवन का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। उनका प्यार, त्याग, धैर्य, और मार्गदर्शन मेरे जीवन की सबसे बड़ी संपत्ति है। मां का योगदान हमारे जीवन में अतुलनीय है और उनका आशीर्वाद हमें हर कदम पर सफलता दिलाता है। हमें अपनी मां के त्याग और प्रेम का सम्मान करना चाहिए और उन्हें हर संभव खुशी देने का प्रयास करना चाहिए। मां के बिना जीवन अधूरा है और उनका स्थान कोई और नहीं ले सकता।

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