निबंध: वर्षा ऋतु पर निबंध

यशपाल प्रेमचंद

वर्षा ऋतु भारतीय उपमहाद्वीप का एक महत्वपूर्ण और प्रतीक्षित मौसम है। यह मौसम जून से सितंबर तक चलता है और पूरे देश में जीवन को नई ऊर्जा और ताजगी से भर देता है। वर्षा ऋतु का महत्व केवल किसानों के लिए ही नहीं है, बल्कि यह हर वर्ग के लोगों के जीवन में खुशियों और राहत का संदेश लेकर आती है।

वर्षा ऋतु की शुरुआत के साथ ही धरती पर एक अद्भुत परिवर्तन होता है। गर्मी के तपते मौसम के बाद जब आकाश में काले बादल घिर आते हैं और बूंदें धरती पर गिरने लगती हैं, तो चारों ओर खुशी की लहर दौड़ जाती है। बारिश की पहली बूंदें जब सूखी धरती पर गिरती हैं, तो उसकी महक मानो सारी थकान और चिंता को दूर कर देती है। यह महक, जिसे ‘सौंधी खुशबू’ कहते हैं, मन को ताजगी और सुकून का एहसास कराती है।

वर्षा ऋतु का सबसे बड़ा लाभ किसानों को होता है। यह मौसम कृषि के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। भारतीय कृषि मुख्यतः मानसून पर निर्भर करती है और अच्छे मानसून से फसलें अच्छी होती हैं, जिससे किसानों की आय में वृद्धि होती है। खेतों में धान, गन्ना, मक्का और अन्य फसलों की हरियाली छा जाती है। किसान अपने खेतों में मेहनत करके फसलों को बोते हैं और वर्षा की बूंदें उनके लिए अमृत के समान होती हैं।

वर्षा ऋतु न केवल कृषि के लिए, बल्कि जल संसाधनों के लिए भी महत्वपूर्ण है। इस मौसम में नदियाँ, झीलें और तालाब पानी से भर जाते हैं, जिससे जलस्तर बढ़ता है और पेयजल की समस्या का समाधान होता है। वर्षा जल संग्रहण का महत्व भी इसी मौसम में अधिक होता है, जिससे हम पूरे वर्ष जल की आवश्यकताओं को पूरा कर सकते हैं।

शहरों और गाँवों में वर्षा ऋतु के आगमन के साथ ही जीवन में भी एक नई रौनक आ जाती है। बच्चे बारिश में खेलते हैं, कागज की नाव चलाते हैं और बड़े भी बचपन की यादों को ताजा करते हैं। गाँवों में लोग चौपाल पर बैठकर बारिश का आनंद लेते हैं और शहरों में लोग अपने घरों की बालकनी से बारिश की बूंदों का मजा लेते हैं। बारिश के दौरान पकौड़े और चाय का स्वाद भी कुछ अलग ही होता है।

हालांकि, वर्षा ऋतु के साथ कुछ समस्याएँ भी जुड़ी होती हैं। अत्यधिक बारिश से बाढ़ की समस्या उत्पन्न हो जाती है, जिससे जन-जीवन प्रभावित होता है। बाढ़ के कारण किसानों की फसलें बर्बाद हो जाती हैं और लोगों के घरों में पानी घुस जाता है। इसके अलावा, वर्षा ऋतु में जलजमाव और मच्छरों की संख्या बढ़ने से बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है।

इन समस्याओं के बावजूद, वर्षा ऋतु का अपना एक विशेष महत्व है। यह मौसम न केवल पर्यावरण को हरा-भरा बनाता है, बल्कि जीवन में नई ऊर्जा और उमंग भी भरता है। यह हमें प्रकृति की अद्भुत सुंदरता का एहसास कराता है और जीवन में संतुलन बनाए रखने का संदेश देता है।

वर्षा ऋतु का आनंद लेने के लिए हमें कुछ सावधानियाँ भी बरतनी चाहिए। जलजमाव से बचने के लिए हमें अपने आसपास की नालियों और जल निकासी की व्यवस्था को सही रखना चाहिए। मच्छरों से बचाव के लिए नियमित रूप से अपने घर और आसपास की सफाई करनी चाहिए और मच्छरदानी का उपयोग करना चाहिए। इसके अलावा, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सरकारी निर्देशों का पालन करना चाहिए और समय-समय पर राहत शिविरों में जाना चाहिए।

यह कहा जा सकता है कि वर्षा ऋतु न केवल हमारी धरती को हरियाली से भर देती है, बल्कि हमारे जीवन को भी ताजगी और स्फूर्ति से परिपूर्ण कर देती है। यह मौसम हमें प्रकृति के करीब लाता है और हमें उसके महत्व का एहसास कराता है। इसलिए, हमें वर्षा ऋतु का स्वागत खुले दिल से करना चाहिए और इसके हर पल का आनंद लेना चाहिए।

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