निबंध: ग्रीष्म ऋतु पर एक निबंध

यशपाल प्रेमचंद

भारत में ऋतुओं का विविधता भरा संगम है, और उनमें से एक प्रमुख ऋतु है ग्रीष्म ऋतु। ग्रीष्म ऋतु का आगमन वसंत के बाद और वर्षा ऋतु से पहले होता है। यह मौसम अपने साथ तपती धूप, भीषण गर्मी और कुछ अद्वितीय अनुभव लेकर आता है। ग्रीष्म ऋतु के अपने विशेषताएँ हैं, जिनमें पेय पदार्थों की ठंडक, आम के स्वाद, और छुट्टियों का आनंद शामिल है।

ग्रीष्म ऋतु की शुरुआत मार्च के अंत से होती है और यह जून तक रहती है। इस अवधि में सूरज की किरणें पृथ्वी पर सीधी पड़ती हैं, जिससे तापमान में वृद्धि होती है। भारत के अधिकांश हिस्सों में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक पहुँच जाता है। दिन की शुरुआत ठंडी होती है, लेकिन जैसे-जैसे दिन बढ़ता है, गर्मी का प्रकोप भी बढ़ता है। रातें भी अक्सर गर्म होती हैं, जिससे लोगों को आराम करने में कठिनाई होती है।

ग्रीष्म ऋतु में जल का महत्व अत्यधिक बढ़ जाता है। लोग ठंडे पेय पदार्थ, जैसे नींबू पानी, आम पन्ना, और ठंडाई का सेवन करना पसंद करते हैं। यह पेय पदार्थ न केवल शरीर को ठंडक प्रदान करते हैं, बल्कि ऊर्जा भी देते हैं। इसके अलावा, लोग छाछ और दही का सेवन भी अधिक मात्रा में करते हैं, जिससे शरीर को ठंडक मिलती है। इस ऋतु में जल की कमी से डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है, इसलिए पानी का पर्याप्त सेवन आवश्यक है।

ग्रीष्म ऋतु का एक और आकर्षण है आम का मौसम। आम, जिसे फलों का राजा कहा जाता है, इस ऋतु में भरपूर मात्रा में मिलता है। अलग-अलग किस्म के आम, जैसे अलफांसो, लंगड़ा, दशहरी, और तोतापुरी, बाजार में उपलब्ध होते हैं। आम का स्वाद और उसकी मिठास सभी को भाती है। लोग आम का रस, आम पन्ना, और आम की चटनी बनाकर उसका आनंद लेते हैं।

इस ऋतु का एक और पहलू है स्कूलों और कॉलेजों में छुट्टियाँ। बच्चों के लिए यह समय खास होता है, जब वे अपनी पढ़ाई से ब्रेक लेकर छुट्टियों का मजा लेते हैं। परिवार के लोग छुट्टियों में घूमने का कार्यक्रम बनाते हैं। हिल स्टेशन, समुद्र तट, और अन्य ठंडे स्थानों पर लोग गर्मी से राहत पाने के लिए जाते हैं। बच्चों के लिए यह समय खेल-कूद और नई-नई गतिविधियाँ सीखने का होता है।

ग्रीष्म ऋतु के कुछ नकारात्मक पहलू भी हैं। भीषण गर्मी से लू लगने की संभावना होती है, जिससे बचने के लिए उचित सावधानियाँ बरतनी चाहिए। दोपहर के समय बाहर निकलने से बचना चाहिए और यदि निकलना पड़े तो सिर को ढककर और पानी की बोतल साथ लेकर चलना चाहिए। गर्मी के कारण बिजली की खपत बढ़ जाती है, जिससे बिजली कटौती की समस्या भी हो सकती है। इसके अलावा, किसानों के लिए यह समय कठिन होता है क्योंकि फसलों को अधिक पानी की आवश्यकता होती है।

ग्रीष्म ऋतु के दौरान प्रकृति का अद्भुत दृश्य भी देखने को मिलता है। दिन के समय आसमान साफ और नीला होता है। पेड़-पौधे अपनी हरियाली खो देते हैं, लेकिन उनकी शाखाओं पर लगे आम और अन्य फल एक सुंदर दृश्य प्रस्तुत करते हैं। पक्षियों का चहचहाना और उनके जलाशयों में स्नान करने का दृश्य मनमोहक होता है।

ग्रीष्म ऋतु का अपना एक खास महत्व है। यह न केवल हमें प्रकृति के विभिन्न रूपों से अवगत कराता है, बल्कि हमारे जीवन में अनुशासन और स्वास्थ्य का भी ख्याल रखने की प्रेरणा देता है। इस ऋतु में हमें अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखना चाहिए और संतुलित आहार का सेवन करना चाहिए। ठंडे पेय पदार्थों, फलों और तरल पदार्थों का अधिक सेवन करना चाहिए, ताकि शरीर हाइड्रेटेड रहे और ऊर्जा बनी रहे।

ग्रीष्म ऋतु अपने साथ तपती धूप, भीषण गर्मी और अद्वितीय अनुभव लेकर आती है। इस ऋतु में जल का महत्व बढ़ जाता है और आम का मौसम इसका प्रमुख आकर्षण होता है। ग्रीष्म ऋतु हमें अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने और जीवन के नए अनुभवों का आनंद लेने का अवसर प्रदान करती है। हमें इस ऋतु की चुनौतियों का सामना करते हुए इसके अद्वितीय पलों का आनंद लेना चाहिए।

अपने दोस्तों के साथ शेयर करें

You cannot copy content of this page